टीबी व एड्स नहीं है लाईलाज,समय से लें दवाई,कोर्स करें पूराः सीएमओ

मेरठ। बचत भवन में जिला स्तरीय क्षय रोग टास्क फोर्स व एचआईवी/एड्स विषयक कार्यषाला में परियोजना निदेषक डीआरडीए भानू प्रताप सिंह ने कहा कि प्रत्येक कार्य की समय-सीमा निर्धारित की जाये तथा मा0 प्रधानमंत्री जी के वर्ष 2025 तक भारत को टीबी मुक्त कराने के संकल्प के अनुरूप कार्ययोजना बनाकर कार्य करे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 राजकुमार ने कहा कि टीबी लाईलाज नहीं है, मर्ज को छिपाये नहीं। एचआईवी/एड्स के संबंध में जनपद में 25 ग्राम पंचायतों में 15 फरवरी से 15 मार्च तक कार्यषालाएं आयोजित की जायेगी तथा 17 फरवरी से दस दिनों के लिए टीबी के संबंध में एक्टिव केस फाईन्डिंग (एसीएफ) अभियान चलाया जायेगा जिला स्तरीय टीबी टास्क फोर्स की बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 राजकुमार ने बताया कि एड्स हाथ मिलाने या गले मिलने से या साथ खाना खाने से नहीं फैलता है। जनपद में 13760 क्षयरोग के मरीज है। वर्ष 2018 में 6783 मरीजो को टीबी मुक्त किया गया। उन्होने बताया कि टीबी की बीमारी लाईलाज नहीं है साधारण बीमारी में 06 महीने के कोर्स से रजिस्टेन्टटीबी में 09 माह से 11 माह के कोर्स से व लान्गर रेजिमेन टीबी में 18 माह से 20 माह का कोर्स कर टीबी से पूरी तरह से मुक्त हुआ जा सकता है। उन्होने कहा कि मर्ज को छिपाना नहीं चाहिए बल्कि उसका इलाज कराना चाहिए। उन्होने बताया कि प्रत्येक टीबी मरीज को सरकार द्वारा रू0 500 पोषण भत्ता दिया जा रहा है। इस अवसर पर डिप्टी सीएमओ डा0 एम0एम0 भदौरिया, सीओ हरिमोहन शर्मा, नेहरू युवा केन्द्र के तुषार गुप्ता, विभिन्न ब्लाको से आये खंड विकास अधिकारी, चिकित्सा अधीक्षक सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।