एनआरसी की संभावनाओं को लेकर गांव में पहुंची नई आशा द्वारा ग्रामीणों से पासबुक और आधार कार्ड मांगे जाने पर लोगों ने विरोध किया । जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया गांव में पुलिस भी भेजी गई लेकिन टीकाकरण की समस्या में कोई सुधार नहीं हुआ । प्राप्त समाचार के अनुसार पिछले सप्ताह बुधवार को नवनियुक्त नई आशा यशोदा दहीपुर गांव में अपने पति के साथ पहुंची ।
जिसे बच्चों का टीकाकरण सर्वे रजिस्टर तैयार करना था । अनजान युवक के साथ महिला द्वारा घरों में घुसकर बच्चों की जानकारी के साथ-साथ पासबुक और आधार कार्ड मांगे जाने पर लोगों में संदेह फैल गया । गांव में अनजान महिला और अनजान युवक को देखने से कुछ लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया महिला आशा यशोदा ने इसकी जानकारी अपनी आशा संगनी को दी अधिकारियों के निर्देश पर गांव में पुलिस पहुंची जिससे गांव के लोगों में और गुस्सा फैल गया । गांव में पुलिस बल भेजे जाने पर लोग इसे एनआरसी से जोड़कर देखने लगे । गांव में कमजोर टीकाकरण की स्तिथि को जांचने के लिए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी पीआर नायर, डॉक्टर सुशील कुमार, बीएमसी हसीनूउद्दीन भी गांव पहुंचे । जिन्होंने लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक किया । स्वास्थ्य विभाग के आग्रह पर पूर्व बीएमसी एवं पत्रकार हाशिम अहमद भी गांव पहुंच गए ।
स्वास्थ्य विभाग एवं पत्रकारों ने मिलकर लोगों को समझा-बुझाकर टीकाकरण कराया । 300 बजे तक 20 बच्चों में से 14 बच्चों का टीकाकरण किया जा चुका था । समस्या का निदान होने पर अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली।